कही लक्ष्मी और पाठक गिरोह के बीच वर्चस्व की लड़ाई में तो नही हुई रंजीत सिंह की हत्या

मोतिहारी। नववर्ष के पूर्व संध्या जब जिले के लोग नववर्ष के उत्सव के तैयारी में थे तभी पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने शहर के श्रीकृष्णनगर मोहल्ले में ठेकेदार रंजीत सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना में रंजीत सिंह की इलाज के दौरान रास्ते मे ही मौत हो गई लेकिन शहर के सबसे पॉश इलाके में हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। 


इधर ठेकेदार रंजीत सिंह के हत्या के पीछे की वजह जानने में पुलिस अधिकारी जुटे है। पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने खुद घटनास्थल पर जाकर मामले की छानबीन किया, एसपी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान की जा रही है । घटना के 24 घंटे के बाद भी अपराधी पुलिस के पकड़ से बाहर है। 

दबे जुबान से कह रहे लोग, कही वर्चस्व की लड़ाई में तो नही हुई हत्या

इधर ठेकेदार रंजीत सिंह के हत्या के बाद चर्चा का माहौल भी बना हुआ है। बताया जा रहा है कि रंजीत सिंह कारा में बंद अपराधी लक्ष्मी सिंह के ठेकेदारी का काम करता था, कारा में बंद लक्ष्मी सिंह के हत्या की साजिश मुकेश पाठक गैंग रच रहा है। दोनों गैंग के बीच ठेकेदारी को लेकर विवाद हुआ था, मुकेश पाठक गिरोह ने कारा में बंद टुन्ना सिंह कर हत्या का साजिश मोतिहारी कोर्ट में पेशी के दौरान किया था, टुन्ना की हत्या करने आये अपराधी गोविंदा के पिस्टल से गोली चल गई और वह खुद घायल हो गया। इधर एक ऑडियो भी वायरल हुआ था जिसमें लक्ष्मी सिंह की हत्या करने की साजिश रची जा रही थी। इधर कोई भी रंजीत के हत्या के कारणों को खुलकर नह बता रहा है, दबे जुबान से लोग चर्चा कर रहे है कि कहीं लक्ष्मी के करीबी होने वजह से ही तो मुकेश पाठक ने  रंजीत को मरवा दिया।

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