पटना । CoronaVirus: कोरोना के संक्रमण को लेकर पूरे देश में पिछले चार दिनों से लॉकडाउन चल रहा है, जिसकी वजह से दिल्ली और उत्तरप्रदेश में रह रहे लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए यातायात नहीं होने के कारण पैदल ही निकल पड़े थे। जिसके बाद उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने दिल्ली और यूपी में बिहार या दूसरे राज्यों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष बस की सुविधा देने और उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने की बात कही है। जिसका बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जोरदार विरोध किया है और कहा है कि इस समय में यह निर्णय गलत साबित हो सकता है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस तरह से विशेष बसों से लोगों को भेजना एक गलत कदम है और इ्ससे बीमारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निपटना सबके लिए मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा है कि जो जहां हैं उनके लिए वहीं उनके रहने और खाने-पीन की व्यवस्था की जानी चाहिए। नहीं तो विशेष बस से कहीं और भेजना लॉकडाउन को पूरी तरह से विफल कर देगा। इसीलिए जरूरी है कि जो जहां हैं वहीं रहें और उनकी व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि दिल्ली, एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग लोकडाउन होने के बाद यातायात नहीं मिलने से पैदल ही हजारों किलोमीटर का सफर तय करने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। एेसे लोगों के लिए उत्तरप्रदेश की सरकार ने दो सौ बसों का इंतजाम किया है ताकि उन्हें पैदल ना चलना पड़े और वे बस से अपने घर पहुंच सकें।
ये बसें हर दो घंटे में नोएडा-गाजियाबाद से रवाना होंगी, इन बसों में ज्यादातर बिहार और पूर्वांचल के लोग यात्रा करेंगे। उनलोगों को तो सुविधा होगी कि उन्हें पैदल नहीं चलना पड़ेगा और वो आराम से घर को पहुंच जाएंगे। लेकिन यदि उन बसों में एक भी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति यात्रा करता है तो वो कितने लोगों को संक्रमित कर सकता हे, ये बड़ी चिन्ता की बात होगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस तरह से विशेष बसों से लोगों को भेजना एक गलत कदम है और इ्ससे बीमारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निपटना सबके लिए मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा है कि जो जहां हैं उनके लिए वहीं उनके रहने और खाने-पीन की व्यवस्था की जानी चाहिए। नहीं तो विशेष बस से कहीं और भेजना लॉकडाउन को पूरी तरह से विफल कर देगा। इसीलिए जरूरी है कि जो जहां हैं वहीं रहें और उनकी व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि दिल्ली, एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग लोकडाउन होने के बाद यातायात नहीं मिलने से पैदल ही हजारों किलोमीटर का सफर तय करने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। एेसे लोगों के लिए उत्तरप्रदेश की सरकार ने दो सौ बसों का इंतजाम किया है ताकि उन्हें पैदल ना चलना पड़े और वे बस से अपने घर पहुंच सकें।
ये बसें हर दो घंटे में नोएडा-गाजियाबाद से रवाना होंगी, इन बसों में ज्यादातर बिहार और पूर्वांचल के लोग यात्रा करेंगे। उनलोगों को तो सुविधा होगी कि उन्हें पैदल नहीं चलना पड़ेगा और वो आराम से घर को पहुंच जाएंगे। लेकिन यदि उन बसों में एक भी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति यात्रा करता है तो वो कितने लोगों को संक्रमित कर सकता हे, ये बड़ी चिन्ता की बात होगी।
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