रिपोर्ट तारकेश्वर प्रसाद
आरा- :बिहार के भोजपुर जिले में पिछले तीन दिनों से जिला प्रशासन और डॉक्टरों में चल रहे लड़ाई के बीच अब राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है। बिहार के बड़हरा विधानसभा सीट से विजयी राजद विधायक सरोज यादव ने बिहार सरकार के चुप्पी पर जमकर निशाना साधा है। जिला प्रशासन और डॉक्टरों के बीच चल रहे धमासान का सबसे ज्यादा खामियाजा गरीब और बेबस-लाचार मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। आरा में डॉक्टरों के सामूहिक अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद इलाज के अभाव में अब तक हुए मौतों का जिम्मेदार राजद विधायक ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के ऊपर फोड़ा है। जिला की स्थिति देखते हुए राजद विधायक ने कहा है कि पिछले तीन दिनों से जैसी स्थिति बनी हुई है वह मरीजों के लिए कठिनाई भरा हुआ है किसी का उपचार नहीं हो पा रहा है। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ठप है सरकार को इसे अविलंब तत्काल निष्कर्ष निकाल कर शुरू करना चाहिए और जो भी दोषी लोग है सरकार उनपर उचित कारवाई करे।
राजद विधायक ने कहा कि दिन पर दिन यह मामला बढ़ता ही जा रहा है। पूरे बिहार में व्यापक स्तर पर इसका असर देखने को मिल रहा है। इलाज के अभाव में लोगों के मौत की सारी जवाबदेही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बनती है। नीतीश कुमार इसपर पूरी तरह फेल हैं। उनकी प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह विफल है। अगर सरकार के तरफ से जल्द कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है तो मुझे बाध्य होकर भोजपुर के हित में धरना प्रदर्शन करना और पूरे भोजपुर में चक्का जाम करना पड़ेगा।
आगे राजद विधायक ने डॉक्टरों को लेकर कहा कि अगर उनके साथ मारपीट की कोई घटना घटित हुई है उसकी मैं निंदा करता हूँ। डॉक्टरों के साथ इस प्रकार का रवैया बिल्कुल ही अमानवीय है। जो भी लोग इसमें दोषी हैं उनको चिन्हित कर उनपर कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाए।
प्रशासन के रवैये को लेकर राजद विधायक ने कहा कि प्रशासन अच्छा काम कर रही है। हर किसी को समय पर ड्यूटी आना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। यह भी सही नहीं है कि कोई भी सरकारी डॉक्टर सदर अस्पताल में अनुपस्थित होकर अपना निजी क्लिनिक चलाये। मैं तो सरकार से यहाँ तक मांग करता हूँ कि सरकारी डॉक्टरों के निजी क्लिनिक पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
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