बिहार के तीन लाख से अधिक शिक्षकों की अनश्चितकालीन हड़ताल समाप्त, आज से लौटेंगे काम पर

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद फरवरी मध्य से प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षकों की चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित हो गयी है. माध्यमिक के 40 हजार और तीन लाख प्राथमिक नियोजित शिक्षक मंगलवार से योगदान करेंगे. माध्यमिक शिक्षक संघ एवं बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति को शिक्षा विभाग ने आश्वस्त किया है कि कोरोना महामारी के बाद शिक्षक संघों से बातचीत की जायेगी़ उनकी मांगों पर सकारात्मक रुख रखा जायेगा. मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से बात करने के निर्देश शिक्षा विभाग के अफसरों को दिये थे. 
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार नाथ पांडेय और राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा के साथ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के बीच सकारात्मक माहौल में सोमवार को बातचीत हुई़ बातचीत के दौरान शिक्षा विभाग ने उन्हें अनुरोध पत्र देकर हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया़ इस दौरान बातचीत में सहमति बनी कि अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान तोड़-फोड़ और हिंसा को छोड़कर अन्य मामलों में की गयी अनुशासनात्मक मसलन प्राथमिकी और निलंबन की की कार्रवाई को प्रक्रिया का पालन करते हुए वापस ले लिया जायेगा. जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने करीब 29 हजार शिक्षकों के खिलाफ अनुशानातम्क कार्रवाई की थी.

इसी तरह नो वर्क नो पे के सिद्धांत को कायम रखते हुए हड़ताल की अवधि को अवकाश में समायोजित किया जायेगा़ इसके बाद हड़ताल अवधि के वेतन का भुगतान शिक्षकों को किया जायेगा़ दोनों शिक्षक संघों ने शिक्षा विभाग को हड़ताल तोड़ने की लिखित सूचना सौंप दी है.इधर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने शिक्षक संघ के नेताओं को हड़ताल वापसी के लिए बधाई दी. कहा कि शिक्षक हमारे परिवार का सदस्य हैं. उनके प्रति हम लोग बहुत आदर भाव रखते हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना का सफलतापूर्वक मुकाबले में हम सब लोग मिलकर लड़ेंगे और सफल होंगे़ उल्लेखनीय है कि वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव महाजन ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए शिक्षकों का सहयोग भी जरूरी है. उल्लेखनीय है कि 17 फरवरी से प्राथमिक और 25 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनरतले अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही थी़ समान काम समान वेतन, समान सेवा शर्तें आदि की मांग को लेकर शिक्षक हड़ताल पर चल रहे थे.

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