PATNA : सदन में शिक्षा विभाग का बजट पेश करते हुए शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि सरकार हमेंशा शिक्षकों के साथ रही है और आगे भी उनके हित में जो भी बेहतर होगा वह निर्णय लिए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने तीन सौ इक्यावन अरब इक्यानवे करोड़ चार लाख छप्पन हजार (351,91,04,56,000) का बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने के लिए तैयार है, शिक्षकों को हड़ताल वापस लेनी चाहिए। सरकार अपनी हैसियत के अनुसार शिक्षकों के वेतन में वृद्धि करेगी। इसके लिए शीघ्र ही निर्णय भी ले लिए जाएंगे।
शिक्षक बेजवह हड़ताल कर रहे हैं और जो मांग की पूर्ति नहीं की जा सकती उसे मनवाने के लिए अड़ियल रवैया अपना रहे हैं। राज्य की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए समान काम के बदले समान वेतन की मांग नहीं मानी जा सकती। शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट ने भी साफ कर दिया है कि यह संभव नहीं है। फिर भी सरकार अपने स्तर से वादा करती है कि शिक्षकों के मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोतरी की जाएगी। शिक्षकों को हड़ताल वापस ले लेनी चाहिए।
उधर, मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करनेवाले हड़ताली शिक्षकों पर हर जिले में कार्रवाई जारी है। जो शिक्षक मैट्रिक और इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं उनपर कार्रवाई की जा रही है। हर जिले में ऐसे शिक्षकों के खिलाफ निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। कई जिलों में बाधा डालनेवाले शिक्षको ंपर एफआइआर भी दर्ज कराई गई है। सरकार के सख्त रूख से अब शिक्षक भी बैकफुट पर आ गए हैं। शिक्षकों का अब कहना है कि जो कार्रवाई हुई है सरकार उसे वापस ले।
एक टिप्पणी भेजें