नई दिल्ली। नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) के एसएसपी वैभव कृष्ण को सस्पेंड कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पर गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक कर सर्विस रूल का उल्लंघन करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि गलत तरीके से ठेके लेने के मामले में एसएसपी द्वारा शासन को भेजे गए गोपनीय दस्तावेज मीडिया में लीक होने की घटना को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओमप्रकाश सिंह ने बेहद गंभीरता से लिया।
उन्होंने एसएसपी से पूछा था कि उन्होंने वह गुप्त जानकारी वायरल क्यों की। डीजीपी ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि गलत तरीके से ठेके लिए जाने के मामले में एसएसपी ने जो गोपनीय दस्तावेज भेजे थे, वे मीडिया में वायरल हो गए हैं। हम लोगों का मानना है कि एसएसपी ने एक अनाधिकृत संवाद किया। यह सेवा नियमों के खिलाफ है, इसलिए हमने आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) मेरठ से कहा है कि उनसे यह पूछा जाए कि उन्होंने गोपनीय दस्तावेज को वायरल क्यों किया या उसे किसी को दिया।
उधर, एसएसपी वैभव कृष्ण ने आरोप लगाया था कि उन्होंने पांच आईपीएस अफसरों के खिलाफ सीएम ऑफिस, डीजीपी और अपर मुख्य सचिव (गृह) को करीब एक महीना पहले गोपनीय जांच रिपोर्ट भेजी थी। तबसे एक बड़ी लॉबी उनके खिलाफ साजिश रच रही थी और फेक वीडियो इसी का हिस्सा है।
उन्होंने एसएसपी से पूछा था कि उन्होंने वह गुप्त जानकारी वायरल क्यों की। डीजीपी ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि गलत तरीके से ठेके लिए जाने के मामले में एसएसपी ने जो गोपनीय दस्तावेज भेजे थे, वे मीडिया में वायरल हो गए हैं। हम लोगों का मानना है कि एसएसपी ने एक अनाधिकृत संवाद किया। यह सेवा नियमों के खिलाफ है, इसलिए हमने आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) मेरठ से कहा है कि उनसे यह पूछा जाए कि उन्होंने गोपनीय दस्तावेज को वायरल क्यों किया या उसे किसी को दिया।
उधर, एसएसपी वैभव कृष्ण ने आरोप लगाया था कि उन्होंने पांच आईपीएस अफसरों के खिलाफ सीएम ऑफिस, डीजीपी और अपर मुख्य सचिव (गृह) को करीब एक महीना पहले गोपनीय जांच रिपोर्ट भेजी थी। तबसे एक बड़ी लॉबी उनके खिलाफ साजिश रच रही थी और फेक वीडियो इसी का हिस्सा है।
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