नालंदा[अमृतेश कुमार]। बेरोजगारी हटाओ आरक्षण बढ़ाओ का रथ निकाला गया। जिसमे पोस्टर में नरेंद्र मोदी को अन्याय का प्रतीक बताया गया है जो किस तरह से वहीं महज 15 % आरक्षण देकर लोगो को ठगने के बारे में दर्शाया जा रहा है ठीक वैसे ही तेजश्वी यादव को एक टोकरी में आरक्षण से लदे पैमाने को दिखाया गया है जिसमे आरक्षण लेकर ही दम लेने की बात कहीं जा रही है।पूर्व में भी इस तरह की पोस्टरबाजी की राजनीति हो चुकी है। इस मौके पर राजद के राज्य प्रवक्ता मनीष यादव ने बताया कि लोगो में भारी आक्रोश देखा जा रहा है क्योंकि केंद्र सरकार बेरोजगारी के आंकड़े को छुपा रही है। वैसे स्थित में भी आजकल केंद्र सरकार के नेताओ के द्वारा लोगों को पकोड़ा तलने का संदेश दिया जा रहा है।
ऐसे परिस्थिति में आरक्षण की लड़ाई जब रोजगार नहीं है तो आरक्षण का क्या फायदा है चाहे वह स्वर्ण हो चाहे वह अन्य जातियां हो पिछड़ी जातियां हो हमारी मांग है कि केंद्र सरकार पहले बेरोजगारी के आंकड़े को सार्वजनिक कीजिए और जितने रोजगार अभी तक आपने सृजित किए हैं इसको सबसे पहले है
सार्वजनिक किया जाए और आरक्षण का जो पैमाना है उसकी भी जांच की जाए और इस जांच की दिशा अनुसार ही आप रोजगार की भागीदारी को तय कीजिए इन्हीं सब लड़ाई को लेकर आज इस रथ को रवाना किया गया है।
ऐसे परिस्थिति में आरक्षण की लड़ाई जब रोजगार नहीं है तो आरक्षण का क्या फायदा है चाहे वह स्वर्ण हो चाहे वह अन्य जातियां हो पिछड़ी जातियां हो हमारी मांग है कि केंद्र सरकार पहले बेरोजगारी के आंकड़े को सार्वजनिक कीजिए और जितने रोजगार अभी तक आपने सृजित किए हैं इसको सबसे पहले है
सार्वजनिक किया जाए और आरक्षण का जो पैमाना है उसकी भी जांच की जाए और इस जांच की दिशा अनुसार ही आप रोजगार की भागीदारी को तय कीजिए इन्हीं सब लड़ाई को लेकर आज इस रथ को रवाना किया गया है।
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