लाँकडाउन से परेशान पंचायत के लोगों की मदद के लिए उतरे पूर्व मुखिया मोहम्मद राशिद !




बेगूसराय : हरेराम दास - कोरोना वायरस की महामारी को लेकर पूरे देश मे कोहराम मची हुई है । जिसको लेकर लॉक डाउन भी किया गया । जिसके बाद जो आम नागरिक जहां है वहीं अपने घरों में बंद रहे । बताते चलें कि बड़ी बलिया उतरी पंचायत के पूर्व मुखिया के मोहम्मद राशिद के नेतृत्व में मोहम्मद अफजल के सौजन्य से पंचायत के सभी वार्ड के गली मोहल्ले में जाकर दर्जनों लोगों को सैकड़ो डिटॉल साबुन एवं खाने के सामग्री पहुंचा रहे हैं। बड़ी बलिया उतरी पंचायत के पूर्व मुखिया मोहम्मद राशिद ने कहा है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हमारा प्रयास है कि हम सब जिम्मेदारी के साथ अपना फर्ज़ निभाए। जैसा कि हम सब जानते हैं पूरी दुनिया में  इस वक्त कोरोना वायरस के चलते हर कोई परेशान है।.लॉकडाउन की वजह से सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है कि लोग अपने घर से निकल नहीं पा रहे हैं। निकलना भी नहीं चाहिए अब सवाल ये भी है कि जो लोग रोज की दिहाड़ी मजदूरी पर अपने परिवार का भरणपोषण करते थे वैसे परिवार के साथ पूर्व मुखिया केे नेतृत्व मेंं मोहम्मद अफजल अपने साथियों के साथ मिलकर राहत सामग्री पहुंचाने में लग गए है। 31 मार्च  यानी मंगलवार एक दिन वैसे परिवार वालों के पास  घर घर जाकर उन तक डिटॉल साबुन खाने की सामग्री पहुंचाया गया जो लोग लॉक डाउन की वजह से निकल नहीं पा रहे थे। नियमों का पालन करते हुए पूर्व मुखिया मोहम्मद राशिद और मोहम्मद अफजल के साथ घर- घर जा कर राहत सामग्री पहुंचायी।
इस मौके पर मोहम्मद अफजल ने लगभग सैकड़ों परिवार के घरों तक सामग्री पहुंचायी गई। पूर्व मुखिया मोहम्मद राशिद एवं मोहम्मद अफजल  ने कहा है कि प्रशाशन से हम आग्रह करते हैं वे कोई ऐसा उपाय हमलोगों को बताएं जिससे वैसे लोगों तक आसानी से पहुंच सकें। जिलाधिकारी यदि इजाज़त दे तो हमलोग निःस्वार्थ भाव से समाज के लोगों तक खाने की सामग्री पहुंचाने में सक्षम हैं। अपने अपने घरों के लिए में कमाने वाला मजदूर सब है। इनलोगों की घर की हालत बद से बद्तर हो गई है। जानकारी के मुताबिक बलिया प्रखंड के बड़ी बलिया उतरी पंचायत गाँव के दो दर्जनों से ज्यादा मजदूर के परिवार की हालत दयनीय हो गई है। क्योंकि कमाने वाला व्यक्ति दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करता है और दाने दाने के लिये मोहताज रहा है। और तो और इधर उनलोगों का परिवार भी एक एक दाने के लिए तरस रही है।
लॉक डाउन के तहत जब टुडे बिहार न्यूज़ के पत्रकार ने इसकी जायजा लिया तो यह बात सामने आई की इनलोगों के घरों में चूल्हा तक नही जलती है ,क्योंकि ये लोग खुद ही दाने दाने के लिये तरस रहे हैं । सरकार की लॉक डाउन से मजदूर की जानलेवा जैसा साबित हो रहा है। दूसरे राज्य में फंसे मजदूर के परिवार वालों एवं  पूर्व मुखिया राशिद ने पत्रकारों के द्वारा सरकार से गुहार लगा रहे हैं की दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर को सुरक्षा का इंतजाम करें वहीं महिलाओं सब भी अपने बेटे और अपने पति को सही सलामत बिहार लाने की सरकार से मदद मांग रही है । वही 1 अप्रैल को बड़ी बलिया के उत्तरी पंचायत के सभी गांव में सैनिटाइज किया जाएगा और 2 अप्रैल को बलिया के NH-31 पर राहत सामग्री भी वितरण किया जाएगा ।

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