पूर्वी चंपारण। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएए व एनआरसी देश को बांटने वाला है। ज्यादातर लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं है। इससे सर्वाधिक नुकसान नौजवानों व गरीबों को होगा।
वे गुरुवार को महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से समझो, समझाओ और देश बचाओ यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान शहर के चरखा पार्क में आयोजित सभा में कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से सीएए व एनआरसी का विरोध करना मकसद है। इससे पूर्व गांधी संग्रहालय में बापू की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर नमन किया। सभा का शुभारंभ राष्ट्रीय गीत से हुआ।
कुशवाहा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में निकलना पड़ा है। कुछ लोग जान बूझकर देश में आग लगाने की कोशिश में हैं। हम आग बुझाने निकले हैं। समझ-बूझ कर ही सीएए का समर्थन या विरोध करना चाहिए। बिना समझे इसके समर्थन से नुकसान होगा। देश में पहले से ही संसाधन का अभाव है। बेरोजगार युवकों की फौज खड़ी है। जब बड़ी संख्या में बाहर से लोग आएंगे तो हम नौकरी कहां से पाएंगे। यह दो धर्मों का मामला नहीं है। हमारे संसाधनों में बाहर से आए लोगों की भी हिस्सेदारी होगी।
एनआरसी पर कहा कि गरीब तबके के लोग जिनके पास अपनी जमीन नहीं है, घर नहीं है, पढ़े-लिखे नहीं हैं वे कागजात कहां से लाएंगे। यह कानून गरीब विरोधी है।
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