कड़ी सुरक्षा के बीच पप्पू यादव की हुई पेशी, अपहरण मामले में जमानत पर कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

पटना: 32 साल पुराने अपहरण के मामले में सजा काट रहे जाप (JAP) सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) को जमानत मिलेगी या नहीं अभी इस बात पर शंसय बरकरार है. दरभंगा के डीएमसीएच से शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच चिकित्सकीय देख रेख में पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट पेशी में के लिए भेजा गया, जहां उनके जमानत याचिका पर सुनवाई कर फैसले को सुरक्षित रखा गया है. मालूम हो कि पप्पू यादव ने बीमारी का हवाला देते हुए कोर्ट से उन्हें जल्द रिहा करने का गुहार लगाई है.

उन्होंने न्यायालय में कहा कि उनकी किडनी में स्टोन हो गया है, जिसका ऑपरेशन दिल्ली में कराना है. इसलिए इलाज के लिए दिल्ली जाने की उन्हें अनुमति दी जाए. पप्पू यादव के पेशी के लिए दरभंगा से मधेपुरा जाने की खबर मिलते ही उनके समर्थकों की भीड़ मधेपुरा कोर्ट में लग गई, जिसके कारण कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. लेकिन आज उन्हें जमानत नहीं मिली. 

पप्पू यादव को जामनत नहीं मिलने पर फिर से इलाज के लिए डीएमसीएच लाया गया है. कोर्ट की कार्रवाई के संबंध में जानकारी देते हुए पप्पू यादव के एडवोकेट मनोज कुमार अम्बष्ठ ने बताया कि आज प्रोसिक्यूशन ने अपना साक्ष्य सबमिट कर दिया है और साक्ष्य के बाद न्यायालय पप्पू यादव की उपस्थिति अनिवार्य बताई. सीआरपीसी की धारा 313 के तहत पप्पू यादव बयान दर्ज कराया है. 

बेल के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि बेल का मामला उच्च नयायालय पटना में लंबित है. इधर, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि न्याय में देर है, अंधेर नहीं है. हमें और हमारे नेता को न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है. जल्द ही राजनीतिक षड्यंत्र के इस मामले में न्याय होगा. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि सूबे में कई तरह की समस्याएं हैं. लेकिन सरकार भाजपा के दबाव में पप्पू यादव को टारगेट करने में लगी है.

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