एससी–एसटी व कमजोर तबकों पर बढ़ते हमलों पर लगे रोक : भाकपा-माले....

अफरोज अंसारी

भागलपुर :  कहलगांव के अंतीचक थानांतर्गत दयालपुर गांव में सवर्ण-सामंती जुल्म की मध्ययुगीन बर्बरता सामने आयी है। 15 जुलाई 2021 की रात्रि शादी समारोह में एक एसटी युवक अखिलेश कुमार और राजकुमार सिंह, दोनों कुर्सी-टेबल पर भोज खा रहे थे। अखिलेश कुमार का कुर्सी-टेबल पर भोज खाना राजकुमार सिंह को नागवार गुजर गया, उसके सामंती अहं चोट लग गया और उसने अखिलेश कुमार का कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए अपने दरवाजा पर ले जाकर, अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर अखिलेश का हाथ-पांव बांधकर बेरहमी से पीटा और जब वह मरनासन्न हो गया तो अंतीचक पुलिस को बुलाकर अखिलेश के हाथ में देशी कट्टा थमा दिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। सुबह जानकारी होने पर भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य  रणधीर यादव के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने थाना जाकर थानेदार को हकीकत से अवगत कराया। तत्काल थानेदार ने बगैर इलाज कराये गम्भीर रुप से घायल अखिलेश को छोड़ छोड़ दिया। किन्तु जिस विजय सिंह और उसके बेटों राजकुमार सिंह आदि ने अखिलेश को मारकर अधमरा कर दिया, उसपर मुकदमा करने, उसे गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस उस सवर्ण-सामंती अपराधियों को बचाने में जुट गयी। पुलिस का यही रवैया अब भी जारी है। वह पूरी तरह से दबंग-अपराधियों के पक्ष में खड़ी है।

इस सामंत-अपराधी-पुलिस गठजोड़ के खिलाफ दयालपुर के ग्रामीणों ने एकजुट होकर भाकपा-माले के नेतृत्व में स्थानीय काली स्थान परिसर में एससी-एसटी व कमजोर तबकों पर बढ़ते हमलों पर रोक लगाने की मांग करते हुए प्रतिरोध सभा की। सभा की अध्यक्षता ग्रामीण बुजुर्ग मित्तन प्रसाद सिंह ने की। कल 26 जुलाई को देर रात तक चली इस सभा में सैकड़ों किसान-मजदूर, छात्र-नौजवान व महिलाएं शामिल हुईं। सभा में ग्रामीणों ने सामंत-अपराधी-पुलिस गठजोड़ के खिलाफ एकजुट हो, सामंती जुल्म पर रोक लगाओ, अखिलेश की बर्बर पिटाई करने वालों को गिरफ्तार करो, न्याय के बाजय पीड़ित अखिलेश व अन्य ग्रामीणों पर ही किया गया झूठा मुकदमा वापस लो, अपराधियों के साथ खड़े अंतीचक थाना प्रभारी को बर्खास्त करो आदि नारे बुलंद किए। 
भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य व ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि नीतीश-भाजपा राज में सामाजिक कमजोरों पर लगातार हमले हो रहें हैं। हमें मजबूती के साथ इसका मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार करना होगा। उन्होंने जनसमुदाय से अपील करते हुए कहा कि इस लड़ाई को आप संगठित होकर ही लड़ सकते हैं। भाजपा के राज में सवर्ण-सामंती-अपराधी ताकतों का मनोबल बढ़ा हुआ है। पुलिस प्रशासन और सरकार मजबूती के साथ इन्ही काली ताकतों के साथ खड़ी है।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष महेश प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश-मोदी की सरकार, संवेदनहीन सरकार है। आप देख रहे हैं कि आज किसान आंदोलन का आठ महीना हो गया है फिर भी सरकार कुछ नहीं सुन रही है इसलिए आज नौजवान साथियों से अपील है कि लोकतंत्र, आजादी व मान-सम्मान की रक्षा की गारंटी आप को करनी होगी। सामंती ताकतों को ये सरकार पाल रही है। इसके खिलाफ जनता को ही लड़ना होगा।
सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य  रणधीर यादव ने कहा कि इस सामंती दबदबे को भी ध्वस्त किया जाएगा। झूठे मुकदमे की वापसी और विजय सिंह सहित सभी सवर्ण-सामंत अपराधियों की गिरफ्तारी तक लड़ाई जारी रहेगी।
सभा में उपरोक्त नेतृवकरियों सहित पिंकी देवी, अर्जुन ठाकुर, वासुदेव यादव, मृत्युंजय कापरी, कॉ. शिवपूजनजी, उमेश सिंह, रंजीत सिंह, मनोज मंडल, घनश्याम मंडल, हरदेव कापरी, अमरकांत सिंह, रामरुप सिंह, प्रदीप सिंह, जयकुमार केशरी, संजय सिंह, शनिचर प्र. सिंह, कंचन देवी, अनिता देवी, शकीला देवी, हरदेव प्र. सिंह, लाल बिहारी सिंह, सूर्यनारायण सिंह, जमुना सिंह आदि सैकड़ों किसान-मजदूर उपस्थित रहे। सभा में कोरोना परहेज का पालन किया गया।

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