सरकार के आदेशों पर भी सुगौली में गुण्डई, NH28 पर जबरन वसूला जाता है गुंडा टैक्स, प्रशासन करती है अनदेखी

पूर्वी चंपारण.
राष्ट्रीय राजमार्ग 28A के सुगौली पार्टी ऑफिस, बंगरा गुमटी सहित नगर पंचायत के अलग-अलग जगहों पर नगर पंचायत के टैक्स के नाम पर अवैध वसूली का खेल रात-दिन चल रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर इन लोगों द्वारा कई चेक प्वाइंट बनाते गये हैं।प्रत्येक चेक प्वाइंट पर चौबीस घंटे अलग अलग पालियों में तीन से चार लोग राजमार्ग पर आने जाने वाले वाहनों से जबरन वसूली करते हैं। सुगौली नगर पंचायत में प्रवेश करते ही दबंगों द्वारा जबरन टैक्स वसूली जा रही है। और ये यह सब प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है. अगर आप मालवाहक वाहन लेकर छपवा से रक्सौल के रास्ते जा रहे हैं तो सुगौली नगर पंचायत के क्षेत्र में रास्तों पर आप से जबरन गुंडा टैक्स की वसूली की जाएगी. यहां जबरन वसूली का खेल खुलेआम चलता है. वसूली की वजह से अक्सर सड़कों पर गाड़ियों की लंबी जाम लगी रहती है. लेकिन जाम की परवाह किए बगैर बेखौफ होकर लोग वाहन चालकों से जबरन वसूली करते है. इस अवैध वसूली को लेकर वाहन चालकों में खौफ है.

चालकाें ने बताया अवैध वसूली का खेल

राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन चालकों से बात करने पर चालकों ने अवैध वसूली का पूरा खेल समझाया. वाहन चालक गयासुद्दीन, परमेश्वर सिंह व राजेश शर्मा ने बताया कि सुगौली में प्रवेश करते ही सीपीएम पार्टी ऑफिस के समीप कुछ लोग हाथ में डंडे लेकर वाहन रुकवा कर एक सौ से-डेढ़ सौ रुपए की जबरन वसूली करते है. नगर पंचायत के नाम पर वसूली के साथ गुंडागर्दी का खेल चल रहा है जो पूरी तरह से अवैध है। नगर पंचायत क्षेत्र में लगातार इस तरह की वसूली से आम लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ती है. दबंगों के डर से आम लोग इस विषय में बोलने से कतराते हैं. रिहायशी इलाके में इस तरह की अवैध वसूली से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है. लेकिन इसका जवाब देने वाले पदाधिकारी बहानेबाजी कर अपना पल्ला झाड़ने में जुटे हैं।

वाहनों से खुलेआम वसूली की जानकारी के बाद भी नहीं हाे रही कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक एनएच28A पर वाहनों से नगरीय प्रशासन द्वारा टैक्स वसूली का प्रावधान नहीं है. जबकि रोजाना राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रत्येक वाहन 150 रुपए का रशीद काट कर वसूली की जा रही है। मजे की बात तो यह है कि इस पूरे खेल के संबंध में पुलिस और विभाग के आला अफसरों को भी जानकारी है. लेकिन कार्यवाही सिफर है। लोगों का कहना है कि प्रशासन के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से टैक्स वसूली का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है. वाहन चालकों द्वारा जब रसीद कटाने के लिए मना किया जाता है,तो वसूली करने वाले लोग झगड़ा कर कार्रवाई करने की धौंस देते है. इतना ही नहीं कई वाहन चालकों के साथ रुपए नहीं देने पर मारपीट भी की जाती है.जबकी नियम है कि नगर पंचायत द्वारा सिर्फ नगर पंचायत क्षेत्र में लोडिंग व अनलोडिंग करने वाले मालवाहक वाहनों से ही टैक्स लेने का प्रावधान है.

नप में यह है वसूली के नियम, जिसकी खुलेआम उड़ाई जा रहीं हैं धज्जियां

नगर पंचायत अपने क्षेत्र में सवारी उतारने व चढ़ाने, माल लादने व उतारने वाले वाहनों से कर वसूल सकती है. यात्रियों की सुविधा के लिए नगर पंचायत अपने क्षेत्र में टैक्सियों के संचालन के लिए स्थान निर्धारित करती है. इन स्थानों पर यात्रियों व वाहन चालकों व उनके सहयोगियों को मूलभूत सुविधाएं जैसे शेड, शुद्ध पेयजल, शौचालय आदि की सुविधाएं उपलब्ध करानी होती है. लेकिन नगर में विभिन्न मार्गों पर संचालित एक भी टैक्सी स्टैंड नहीं है. ऐसे में वाहन चालकों के लिए सुविधाएं उपलब्ध होने की बातें बेमानी है।

क्या कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी

नप के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार का इस बावत कहना है कि नगर पंचायत से टेंडर दिया गया है, यदि राष्ट्रीय राजमार्ग पर वसूली की जाती है तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

यहां बताते चलें कि राजमार्ग पर अवैध वसूली का खेल वर्षों से बदस्तूर जारी है।

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