ताजपुर:शरीर पर 13 जगह धारदार हथियार से गोदा,पैसा लेकर इंजूरी बनाया सिंपल, अस्पताल में पीड़ित 23 जून से करेगा आमरण अनशन।


अमरदीप नारायण प्रसाद

 समस्तीपुर : ताजपुर के स्थानीय होने के कारण चिकित्सा पदाधिकारी करते पक्षपात, यहाँ से हटाये- पंसस नौशाद तौहिदी
पैसा- पैरवी का खेल अस्पताल में बंद हो- मो० एजाज।
    घटना 7 मार्च का थाना क्षेत्र के ताजपुर पंचायत के मोतीपुर वार्ड-10 का है. अपने खेत में काम कर रहे युवा किसान वीरेन्द्र कुमार सिंह को असामाजिक तत्वों ने धारदार हथियार से शरीर पर 15 जगह काटा और मरणासन्न समझकर भाग निकला. ग्रामीणों ने घायल किसान को अस्पताल में भर्ती कराया. ताजपुर थाना में 81/20 एफआईआर दर्ज हुआ. स्थानीय चिकित्सक ने पैसा- पैरवी के कारण इंजूरी सिंपल बना दिया. मामला समाप्त होने के कागार पर है. आरोपी पुराने अपराधी के परिजन पुनः धौस- धमकी देने लगा. इससे अजीज आकर पीड़ित 23 जून से अस्पताल परिसर में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करेगा।
 पीड़ित की व्यथा एवं स्थानीय चिकित्सक डा० वीरेंद्र कुमार के लूट- मनमानी की कहानी की जांच कर इनौस नेताओं ने पीड़ित को साथ देने की घोषणा की।
  सोमवार को एक बैठक कर इस आशय का निर्णय लेने के बाद इनौस प्रखण्ड सचिव सह पंचायत समिति सदस्य नौशाद तौहिदी एवं उपाध्यक्ष मो० एजाज ने उक्त आशय से संबंधित पत्र बीडीओ, एसडीओ, डीएम एवं सिविल सर्जन को देते हुए कहा कि सर्विस एक्ट में दर्ज है कि किसी भी चिकित्सक या पदाधिकारी को उनके स्थानीय गांव में तैनात नहीं किया जा सकता.
इस कानून को ताक पर रखकर ताजपुर रेफरल अस्पताल में स्थानीय मोतीपुर गांव के निवासी श्री शंकर साह का पुत्र डा० वीरेंद्र कुमार को चिकित्सा पदाधिकारी बनाया गया है. स्थानीय होने के दंभ के कारण उनके द्वारा हमेशा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते रहने की चर्चा है. इसे इनौस बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि मेडिकल टीम का गठन कर पुनः इंजूरी बनाने, गलत इंजूरी बनाने वाले चिकित्सक को बर्खास्त करने, स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी को हटाने, अस्पताल की व्यवस्था सुधारने तक आंदोलन जारी रहेगा।

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