कोसी दियारा का आतंक रामानंद यादव ढेर, सरहसा के भेलाही में अपराधियों ने ही उतारा मौत के घाट, दो दर्जन से अधिक मामलों में पुलिस को थी तलाश

रिपोर्ट अमीर झा

KHAGDIA/SAHRSA : कोसी दियारा का आतंक रामानंद यादव गैंगवार में मारा गया है।
पुलिस को दो दर्जन से अधिक संगीन मामलों में उसकी तलाश थी। बताया जा रहा है कि सहरसा जिले के चिरैया ओपी के भेलाही गांव में गैंगवार में उसको गोलियों से भून दिया गया। बताया जा रहा है कि कुख्यात रामानंद यादव नक्सलियों की आंखों की भी किरकिरी बना हुआ था।

सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने ही घेराबंदी कर उसको मौत के घाट उतार दिया है। रामानंद यादव का कोसी दियारे में इतना आतंक था कि कोई उसके खिलाफ मुंह खोलने तक को तैयार नहीं होता था। अपने आतंक के बल पर वक इस इलाके में एकछत्र राज कायम किए हुए थे। हत्या, लूट, डकैती समेत कई संगीन वारदातों को अंजाम देकर उसने इलाके में पुलिस की नींद हराम कर रखी थी।

नक्सलियों की राह में भी वह रोड़ा अटका रहा था। कई बार उसने नक्सलियों को इस इलाके से लेवी लेने से रोका। क्षेत्र में जो भी विकास के कार्य होते थे उसमें भी रामानंद यादव मोदी कमीशन लेता था। कमीशन ना देनेवालों को या तो वह मौत के घाट उतार देता था या काम ही नहीं होने देता था। उसके भय से कोई भी पुलिस में उसके खिलाफ रिपोर्ट करने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाता था।

बताया जा रहा है कि सहरसा जिले के चिरैया ओपी के भेलाही गांव में भी उसे किसी ने फोन कर बुलाया था। वहां जाने के बाद उसे गोलियों से भून दिया गया। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने दावा किया है कि दो आपराधिक गिरोहों के बीच मुठभेड़ में रामानंद यादव मारा गया है। हालांकि किसी आपराधिक गिरोह से उसकी मुठभेड़ हुई है, पुलिस इस संबंध में अभी कुछ भी पुख्ता बताने की स्थिति में नहीं है। फिलहाल इलाके के लोगों के साथ पुलिस ने भी रामानंद यादव की मौत से राहत की सांस ली है।

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