रंजन कुमार (सासाराम)
कोरोना वायरस के इस लॉक डाउन में महिला पुलिस अपनी जबरदस्त भूमिका निभा रही हैं। उसे एक तरफ घर की जिम्मेदारी निभानी होती है तो दूसरी ओर सड़क पर अपनी ड्यूटी भी बजानी होती है। लेकिन दिक्कत तब हो जाती है जब इन पुलिस जवानों के छोटे-छोटे बच्चे इनके साथ होते हैं। सासाराम के मुख्य चौराहा पर ड्यूटी करने वाली पूजा कुमारी बिहार पुलिस की सिपाही हैं। वह प्रतिदिन इस कड़ी धूप में ड्यूटी करती हैं। लेकिन दिक्कत यह है कि पूजा का 11 माह का बच्चा है।
जो इन ड्यूटी के समय भी इनके साथ रहता है। एक तरफ नौकरी की कर्तव्य परायणता तो दूसरी और मां की ममता। दोनों को वह बखूबी साथ निभाती हैं। पूजा कहती है कि प्रतिदिन सड़कों पर 12 घंटे की ड्यूटी उनकी लगती है। इस दौरान छोटा बच्चा घर में बिलख जाता है। इसलिए उसे लेकर ही वे ड्यूटी पर आती हैं। बच्चे को गोद में लेकर ड्यूटी करनी पड़ती है। जिससे परेशानी तो है। लेकिन मां की ममता है कि बच्चे को छोड़ नहीं सकती।
ऐसे समय में हम आप जब इस बीमारी से बचने के लिए अपने अपने घरों में हैं। वैसे में पूजा कुमारी जैसी सैकड़ों माताएं अपने नन्हे मुन्ने बच्चों को छोड़कर या फिर उसे खुद गोद में लेकर कुछ इसी तरह ड्यूटी कर रही हैं।यही लोग सच्ची कोरोना योद्धा हैं।
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