पटना। पटना एयरपोर्ट पर विदेश से आए 200 लोगों की सोमवार को जांच की गई। इसमें दो लोगों को आशंका के आधार पर पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा जांच के लिए नमूना लिया गया है। इसके साथ ही अन्य लोगों की पूरी जानकारी लेकर उन्हें घर भेज दिया गया। पटना सिविल सर्जन कार्यालय ने संबंधित जिलों के सिविल सर्जन को विदेश से आए इन लोगों की 14 दिन तक निगरानी करने को कहा है।
विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग संख्या में वृद्धि
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी के सहयोग से दूसरे सोमवार को विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। जहां रविवार को प्रधान सचिव व डीएम की बैठक के बाद 78 लोगों की जांच की गई थी वहीं सोमवार 200 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसके पहले विदेश से आए 27 लोगों की मॉनीटङ्क्षरग पटना सिविल सर्जन कार्यालय कर रहा था। संख्या तीन सौ से अधिक होने के कारण अब जिन लोगों का घरों में आइसोलेशन किया गया उनकी निगरानी संबंधित जिलों के सिविल सर्जन ही करेंगे।
पीएमसीएच प्रशासन ने रविवार को अवकाश का बहाना बना सिविल सर्जन द्वारा भेजे गए कोरोना आशंकित दो लोगों को वापस करने वाले चिकित्सकों से शोकॉज किया है। वहीं एसपी समेत अन्य के सैंपल कलेक्शन कर आएमआरआइ भेजने में देरी करने के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग के कर्मचारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा है। अधीक्षक ने बताया कि किसी भी आपदा के समय चिकित्सा संबंधी सुविधाओं के लिए प्रदेशभर के लोगों के जेहन में पीएमसीएच का ही नाम आता है। पहली बार ऐसा आपात समय में हुआ कि रविवार को अवकाश का बहाना कर मरीजों को भर्ती नहीं किया गया और जांच में देरी है। शोकॉज में संतोषजनक उत्तर नहीं होने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
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