कोरोना से जंग- जनता कर्फ्यू बेगूसराय में रहा असरदार,सुनसान से पटा रहा सड़क समेत महल व गलियां ।
बेगूसराय - हरेराम दास: कोरोना का भय या पीएम नरेंद्र मोदी की अपील चाहे आप कुछ भी कह लीजिए, लेकिन जनता कर्फ्यू सौ फीसदी सफल रहा, इससे इंकार नहीं किया जा सकता. बेगूसराय का बस स्टैंड हो या रेलवे स्टेशन, सर्वाधिक भीड़ भाड़ वाला काली स्थान सब जगह वीरानी छायी हुई है. यहां तक की बाजार की दवा दुकानों का शटर भी गिरा हुआ है. कहीं भी कोई दुकानें नहीं खुली है. सड़कों पर इक्के-दूक्के लोग अगर दिख जाय तो गनीमत समझिए. राजनीतिक दल व सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं व्दारा विभिन्न क्षेत्रों से वीरानी की तस्वीरों व वीडियो क्लिप को भेजा जा रहा है. सोशल मीडिया का सहारा लेकर रिपोर्टर भी खबर बनाने में लगे हुए हैं. मसलन वे भी जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में लगे हैं.
वायरल हो रहा एक भजन के साथ राज्यसभा सांसद का अपील - राकेश सिन्हा !
कोरोना को लेकर आर्यभट्ट के एक कर्मी विशाल कुमार सिंह व्दारा पेश वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें जनता कर्फ्यू के समय कैसे समाज व्यतीत करें का संदेश है तो ताली बजाकर हाथ को स्टरलाइज्ड करने का नुख्सा भी. हालांकि ताली बजाने से हाथ स्टरलाइज्ड होगी या नहीं कहना कठिन है. बलिया पत्रकार संघ के पत्रकारों ने भी जनता कर्फ्यू का पालन करते हुए घर में भजन गाकर आनंद उठा रहे हैं
पटना में कोरोना से मौत के बाद दहशत
बिहार के मुंगेर जिला निवासी युवक की कोरोना से मौत की खबर फैलते ही लोगों के बीच पहले से कायम दहशत और बढ़ गया है. कोई किसी को अपने पास आने नहीं दे रहा है. बेगूसराय के हिंदी दैनिक अखबार के कार्यालय में नोटिस चिपका दिया गया है कि विज्ञप्ति लेकर कार्यालय नहीं आएं. व्हाट्सएप पर ही फोटोज और खबर या विज्ञप्ति भेजें.
ग्रामीण इलाकों में भी पसरा सन्नाटा
आमतौर पर भीड़ भाड़ से भरा पड़ा रहना वाला चकिया का थर्मल पावर स्टेशन चौक पर सन्नाटा पसरा हुआ है. जदयू जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय ने सोशल मीडिया पर वहां पर फोटोज शेयर किया है, जिसमें दूर दूर तक कहीं कोई दिखाई नहीं दे रहा है. यही हाल जिले के अन्य क्षेत्रों में भी दिखाई देती नजर आ रही है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार गांवों में भी लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. नहीं के सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल ग्लोकल में डॉक्टर व कर्मी तो ड्यूटी पर तैनात हैं पर नये मरीज दिखाने नहीं पहुंचे हैं. ग्लोकल हाँस्पिटल के कलस्टर हेड डाँ. नीरज कुमार का कहना है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद ग्लोकल सेवा के अपने धर्म को निर्वहन करने को तैयार है. बहरहाल जो भी हो कोरोना से जंग को हर जिलावासी तत्पश्चात है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।.
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