TBN MEDIA NEW DELHI :- कोरोना वायरस इंसान की श्वांस नली में दिक्कत करने के साथ फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। शरीर की आंतरिक शक्ति को कमजोर करता है। इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो, तो वह वायरस से मजबूती से लड़ सकता है। यूनानी चिकित्सा पद्धति में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के कारगर उपाय हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के तिब्बिया कॉलेज के हकीम प्रो. नईम अहमद खान के अनुसार अंकुरित चने, दाल जैसे नाश्ते के साथ बादाम व दखिनी मिर्च रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कारगर नुस्खा है। इनका सेवन बहुत जरूरी है। साथ ही मौसमी फल, प्रोटीनयुक्त पदार्थ और खजूर का सेवन करें।
नाश्ते में लें बादाम
अंकुरित चना, दाल और फल व्यक्ति को भरपूर ऊर्जा देते हैं। हर दिन नाश्ते में पांच बादाम व 5-10 दखिनी मिर्च लेनी चाहिए। ये दोनों चीजें इंसान को दिनभर रोगों से लड़ने की शक्ति देती हैं। बादाम कारगर एंटी ऑक्सीडेंट है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। दखिनी मिर्च शरीर के लिए एंटी डोज की तरह काम करती है। संक्रमण को रोकती है।
भोजन में क्या लें :
भारत में अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता : प्रो. नईम का मानना है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता शहरी लोगों की तुलना में ग्रामीणों में अधिक होती है। कोरोना वायरस का यूरोप-अमेरिका जैसा असर भारत में नहीं। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता का असर है। दूसरे मुल्कों की तुलना में अपने देशवासियों में ये क्षमता अधिक है।
एक टिप्पणी भेजें