अमरदीप नारायण प्रसाद।
बिहार में इस महामारी से पहली मौत हुई है, जानकारी के मुताबिक, पटना एम्स में सैफ अली नाम के एक शख्स की मौत इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से हुई है। वहीं बिहार के समस्तीपुर में क़तर से ही आये एक युवक ने यहाँ की अस्पतालों में हो रही जाँच की व्यवस्था पर प्रश्न उठाया है। जानकारी के अनुसार पूसा प्रखंड के धोबगामा गांव के मुकेश कुमार ठाकुर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा है संक्रमण का शक होने पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया।
उसके बाद उन्हें जाँच के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल ले जाया गया ,लेकिन वहां कोई जाँच नहीं की गयी और उन्हें डीएमसीएच रेफर कर दिया।
उन्होंने बताया है की डीएमसीएच में भी इस वायरस की परोपर जाँच नहीं हुई. क्योंकि वहां भी जाँच की कोई व्यवस्था नहीं है। सिर्फ उनका एक डिजिटल एक्सरे किया गया , जाँच निगेटिव बता कर घर भेज दिया गया।
बिहार सरकार द्वारा लगातार कोरोना को लेकर सभी जिले में स्वास्थ्य विभाग की तैयारी की खबरें मीडिया में आती रहती है, लेकिन ग्राउंड पर वास्तु स्थिति कुछ नहीं दिखता है। सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है आम लोग अपने आपको इस स्वास्थ्य विभाग के भरोसे कैसे छोड़ सकते हैं, जहाँ अभी तक जाँच की व्यवस्था तक नहीं है।
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