कोरोना संकट के बीच रेलकर्मियों को खुशखबरी, अप्रैल शुरू होते ही खातों में पहुंच जाएगा वेतन

DESK: कोरोना वायरस से बचने के लिए 22 मार्च से ट्रेन का संचालन बंद है। इस दिन से ही रेलवे जोन और मंडल कार्यालय को भी बंद कर दिया गया है। इस वजह से कर्मचारी और यात्री से जुड़े काम पूरी तरह से ठप्प पड़े हैं। हालांकि रेलवे में काम करने वाले कर्मचारी-अधिकारियों के लिए अच्छी खबर यह है कि उन्हें इस बार भी समय पर वेतन मिलेगा।
दरअसल, जबलपुर रेल मंडल के कार्मिक विभाग ने अपने 20 हजार कर्मचारियों को वेतन भुगतान से जुड़ी सभी प्रक्रिया समय पर पूरी कर ली है, जिसके बाद जबलपुर रेल मंडल के सभी कर्मचारियों के खाते में 2 अप्रैल को वेतन आ जाएगा। मंडल के डीआरएम संजय विश्वास ने बताया कि कार्मिक विभाग के कर्मचारियों ने दिन-रात काम करते हुए यह बता दिया है कि इस मुश्किल दौर में भी किसी रेल कर्मचारी को अपने वेतन के लिए इंतजार नहीं करना होगा। सभी का वेतन दो अप्रैल तक उनके खाते में आ जाएगा। इतना ही नहीं मंडल के सभी पेंशनर्स को भी परेशानी नहीं होगी। उनके खाते में भी समय पर पेंशन दे दी जाएगी।  
आइसोलेशन वार्ड तैयार करने में लगा इंडियन रेलवे
बता दें कि कोरोना संकट से उबरने के लिए रेलवे हर एक प्रयास में लगा हुआ है। रेलवे शुरुआती तौर पर अपने 5000 पैसेंजर कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करेगा। रेलवे बोर्ड ने इस आशय के संदेश मिलने के बाद सभी जोनो ने अपने अपने स्तर पर इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोच को आइसोलेशन में तब्दील करने के अलावा रेलवे अपने अस्पतालों में 6500 बिस्तररों को भी कोरोना पीडि़तों के इलाज के अनुरूप तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएगा।.
कोरोना के खिलाफ राष्ट्रव्यापी जंग में रेलवे बड़े पैमाने पर अपना योगदान दे रहा है। चीन से सीख लेते हुए उसने अपनी तैयारियों को सुपर रफ्तार देने का फैसला लिया है। जिस तरह चीन ने दस दिनों में कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए एक विशालकाय अस्पताल बनाकर खड़ा कर दिया था। उसी तरह रेलवे अगले कुछ दिनों में अपनी 5000 पैसेंजर बोगियों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने के लिए दिन रात कार्य कर रहा है।

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