DESK: नागरिकता संशोघन कानून (CAA), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के खिलाफ बीते 30 जनवरी से बिहार में 'जन-गण-मन यात्रा' पर निकले कन्हैया कुमार रविवार के खिलाफ सीतामढ़ी में मुर्दाबाद के नारे लगे। उनके काफिले को भी रोकने की कोशिश की गई। इसके पहले शिवहर में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि सीएए का शिगूफा छोड़ बीजेपी देश को बांटने की साजिश कर रही है।
विदित हो कि इसके पहले शनिवार को कन्हैया के काफिले पर छपरा में पथराव हुआ था। हमले में कई गाड़ियों के शीशे टूटे तथा कुछ लोगों को चोटें भी आईं। हमले में कन्हैया बाल-बाल बचे। कन्हैया जहावहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष तथा वर्तमान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के नेता हैं। जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) का अध्यक्ष रहते उनपर देशद्रोह (Sedation) का आरोप लगा, जिसका मुकदमा अभी चल रहा है।
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