शिक्षकों की हड़ताल गैरकानूनी, सीएम नीतीश की खरी-खरी, समान काम के बदले नहीं मिलेगा समान वेतन

PATNA : शिक्षकों की हड़ताल पर सीएम नीतीश आज सख्त दिखे। विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि शिक्षकों की हड़ताल गैरकानूनी है। इसके साथ ही उन्होंने समान काम के बदले समान वेतन से भी पल्ला झाड़ लिया। सीएम नीतीश ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला पढ़ा और कहा कि इससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर नियोजित शिक्षकों का वेतन बढ़ाया जाता है। सरकार आगे भी वेतन बढ़ोतरी जारी रखेगी, लेकिन जिस तरह से शिक्षक अपनी मनमर्जी कर रहे हैं, यह गलत है। 

कानून अपना काम करेगा और ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई भी होगी। उन्होंने कहा कि हमलोग बराबर मानदेय में बढ़ोतरी कर रहे थे और आगे भी यह बढ़ोतरी जारी रहती, लेकिन शिक्षकों ने अड़ियल रवैया अपनाकर अपनी बात मनवाने की कोशिश की है, यह गलत है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने 2008 की आरजेडी की एक पुस्तक दिखाते हुए कहा कि उस समय इन लोगों ने खूब बवाल मयाया था। कहा था कि अयोग्य शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। आज यही लोग घड़ियाली आंसू बहाने के लिए आगे आ गए हैं। आरजेडी के शासन में इन शिक्षकों को कितना मानदेय मिलता था, यह सबको मालूम है।
आज हमने शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दिया है। उनका वेतन लगातार बढ़ाया जा रहा है। आगे भी हम शिक्षकों के साथ ही है, लेकिन राज्य की वित्तीय स्थिति ऐसी नहीं है कि हम समान काम के बदले समान वेतन दे सकें। वेतनवृद्धि हो रही है और यह लगातार जारी रहेगा। लेकिन, टीचरों को भी अपनी जिम्मेवारी निभानी चाहिए। वे सरकार का सहयोग करें, सरकार उनको हरस्तर पर सहयोग करने को तैयार है। लेकिन, अगर मूल्यांकन बाधित करेंगे तो कानून तो अपना काम करेगा ही। मूल्यांकन कार्य करने वाले शिक्षकों पर तो कार्रवाई की जाएगी।

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