BIHAR : सीतामढ़ी के माधोपुर रौशन गांव की साकिया कौसर ने झारखंड की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की परीक्षा में कामयाबी हासिल कर अपने परिवार के साथ-साथ ज़िला एवं राज्य का नाम रोशन किया है। साकिया ने बताया कि इस कामयाबी के पीछे एक बहुत बड़ा हादसा भी है।
दो साल पहले वह एक ऐसे मर्ज का शिकार हो गईं थीं जिसकी वजह से वह एक साल तक व्हीलचेयर पर अपनी ज़िंदगी गुजारीं। उस मुश्किल घड़ी में उनके अधिवक्ता वालिद साहब और हाउसवाइफ उनकी वालदा की पूरी मदद मिली। दोनों एक पिलर की तरह साकिया को सपोर्ट करते रहे। इस दौरान साकिया अपने वालिद साहब से परीक्षा की तैयारी और उसके पैटर्न पर रोज जानकारी लेती थीं। साथ ही विभिन्न धाराओं और लैंडमार्क जजमेंट के बारे में भी पूछती रहती थी। यानि कि साकिया के पिता ही उसकी इस कामयाबी में मार्गदर्शक बने। इसीलिए साकिया इस कामयाबी का सेहरा अपने वालिद साहब को देतीं हैं।
साकिया के वालिद पेशे से वकील हैं और अपने वकालत संघ के अध्यक्ष भी हैं। अधिवक्ता ओशाक खान ने बताया कि अब तक ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की परीक्षा में किसी भी वकील की बेटी ने सफलता नहीं हासिल की थी। साकिया पहली बेटी है जिसने इसमें कामयाबी हासिल की है। इससे ओशाक खान काफी गदगद हैं। उन्होंने बताया कि मार्च में वह रांची में योगदान देंगी।
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