आतंकी हमले में लखीसराय का लाल हुआ शहीद, रिटायरमेंट में बचा था दो साल शेष

LAKHISARAI: देश का एक और लाल आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया. लखीसराय के सूर्यगढ़ा के रहने वाले रामरतन आतंकी हमले में शहीद हो गए. बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सूबेदार रामरतन रविवार की रात आतंकवादी हमले में बुरी तरह से घायल हो गए थे. जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत सोमवार की देर शाम हो गई. रामरतन माणिकपुर ओपी क्षेत्र के भवानीपुर के रहने वाले थे. रामरतन के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट गया. 
सेना में रामरतन  फरवरी 1995 में योगदान दे रहे थे. और अब दो साल उनकी रिटायरमेंट में शेष बची थी.
शहीद रामरतन हाल ही में अपनी भतीजी की शादी में घर आए थे. पर तब उन्हें ये कहां पता था कि घर आखिरी बार आ रहे हैं. शहीद रामरतन की पत्नी सुनीता कुमारी दानापुर कैंट में रहती है. उनके दो पुत्र भी हैं.रामरतन के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है. वहीं पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. पत्नी लगातार बेहोश हो रही है.
वहीं शहीद रामरतन के बड़े भाई ने बताया कि उनके परिवार में छहः लड़के हैं और वह चाहते हैं कि सभी देश की सेवा के लिए फौज में जाएं. रामरतन की शहादत पर पूरे गांव वालों को गर्व है. गांव के लोगों ने सरकार से परिजनों को आर्थिक मदद के साथ ही गांव में ही उनके नाम पर शहीद द्वार बनाने की मांग कर रहे हैं.

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