दिल्ली हिंसा में बिहार के दो लोगों की मौत, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

पटना : पिछले दिनों दिल्ली में सांप्रदायिकता की ऐसी आग लगी कि उसकी आंच सैकड़ों किलोमीटर दूर बिहार भी इससे अछुता नहीं रहा. दिल्ली हिंसा के दानव ने बिहार के भी दो लोगों को निगल चुका है. देश की राजधानी में उपजी हिंसा में अपनी जान गंवाने वालों में बेगूसराय के 15 वर्षीय नितीन और भोजपुर के दीपक कुमार शामिल है. 
 
होली पर आने दीपक ने किया था वादा
दिल्ली हिंसा का शिकार हुए भोजपुर युवक दीपक का शव उसने पैतृक गांव सलेमपुर पहुंचा. बता दें कि पिछले मंगलवार को दीपक उस समय दंगे की चपेट में आ गया जब वह फैक्टरी से छुट्टी लेकर बच्चों के लिए कपड़े खरीदने बाजार जा रहा था. इसी दौरान वह दंगाइयों के आगोश में समा गया और उसे चाकुओं से गोद कर मार डाला गया. दीपक को दो मार्च को होली का त्योहार मनाने अपने घर अपनी पत्नी और बच्चों के पास आने का वादा किया था, लेकिन वह घर कफन में लिपटा हुआ पहुंचा. 

शव पहुंचते ही पत्नी हुई बेहोश 
दीपक का शव घर पहुंते ही पत्नी सरिता दहाड़े मारकर रोने लगी और पति का शव देखते ही बेहोश हो गयी और बार-बार एक ही रट लगा रही थी कि पहाड़ जैसा जिन्दगी किसके भरोसे कटेगा. बता दें कि मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चों खुशी (8साल) रितिक (6साल) और रिया (3वर्ष) का भी रोते रोते बुरा हाल था. मौके पर पहुंच कर कई जनप्रतिनिधियों ने मृतक के शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
 
बेगूसराय के 15 वर्षीय नितीन की मौत 
दिल्ली में ऐसी आग लगी जिसमें बेगूसराय के भी एक परिवार में अंधेरा हो गया. जिले के एक आठवीं कक्षा के छात्र की मौत गोली लगने से दिल्ली में हो गयी, मृतक छात्र जिले के गढ़पुरा प्रखंड के सोनमा गांव का रहने वाला नितीन कुमार है. नितीन कुमार अपने माता-पिता के साथ उत्तर पूर्वी दिल्ली के समीप गोकलपूरी में रहता था.

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