PATNA : 29 फरवरी को पटना में होनेवाली कन्हैया की रैली के लिए गांधी मैदान आवंटित नहीं किए जाने पर कई संगठनों ने प्रशासन और सरकार पर निशाना साधा है। सीपीआई के नेताओं और महिला संगठनों ने कहा कि JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया की सभाओं में भीड़ देखकर प्रशासन कन्हैया की रैली को विफल करना चाहता है। इसी कारण गांधी मैदान में रैली करने के लिए एनओसी नहीं दिया गया। सीपीआई नेताओं ने कहा कि पदयात्रा पर निकले कन्हैया की सभाओं में उमड़ती भीड़ बिहार में कन्हैया की लोकप्रियता को दर्शा रही है। यही कारण है कि सरकार घबड़ा गई है और 29 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में रैली नहीं होने देना चाह रही है।
कई महिला संगठनों और सीपीआई के नेताओं ने साझा प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल से जब हमलोग मिलने गए तो बताया गया कि 29 फरवरी गांधी मैदान पहले से बुक है। इसलिए कन्हैया को रैली के लिए गांधी मैदान का एनओसी नहीं दिया जा सकता। इन नेताओं और महिला संगठनों की प्रतिनिधियों ंने आरोप लगाया कि एनओसी के पहले से आवेदन दिया गया था। इसके बावजूद कमिश्नर ने अनुमति नहीं दी और दूसरी पार्टी को रैली के लिए 29 फरवरी को गांधी मैदान का एनओसी दे दिया। इन नेताओं ने कहा कि 29 फरवरी को पटना में कन्हैया की रैली होकर रहेगी। इस दौरान कन्हैया की यात्रा पर हो रहे हमलों के खिलाफ सीपीआई सहित अलग-अलग महिला संगठनों ने जनशक्ति भवन में विरोध जताया और बीजेपी पर हमले कराने का आरोप लगाया। यात्रा के दौरान कन्हैया की सुरक्षा और हमला करने वालों की गिरफ्तारी की मांग भी राज्य सरकार से की गई।
कई महिला संगठनों और सीपीआई के नेताओं ने साझा प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल से जब हमलोग मिलने गए तो बताया गया कि 29 फरवरी गांधी मैदान पहले से बुक है। इसलिए कन्हैया को रैली के लिए गांधी मैदान का एनओसी नहीं दिया जा सकता। इन नेताओं और महिला संगठनों की प्रतिनिधियों ंने आरोप लगाया कि एनओसी के पहले से आवेदन दिया गया था। इसके बावजूद कमिश्नर ने अनुमति नहीं दी और दूसरी पार्टी को रैली के लिए 29 फरवरी को गांधी मैदान का एनओसी दे दिया। इन नेताओं ने कहा कि 29 फरवरी को पटना में कन्हैया की रैली होकर रहेगी। इस दौरान कन्हैया की यात्रा पर हो रहे हमलों के खिलाफ सीपीआई सहित अलग-अलग महिला संगठनों ने जनशक्ति भवन में विरोध जताया और बीजेपी पर हमले कराने का आरोप लगाया। यात्रा के दौरान कन्हैया की सुरक्षा और हमला करने वालों की गिरफ्तारी की मांग भी राज्य सरकार से की गई।
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