पटना: राजनीति में महत्वाकांक्षाओं को पालना कोई नई या बुरी बात नहीं है लेकिन राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण एक पूर्व वार्ड पार्षद लुटेरा बन गया. दरअसल राजनीति में आगे बढ़ने के लिए धन अर्जित करने की चाहत में इस पूर्व पार्षद को डकैती तक करनी पड़ी और जब वह गिरफ्तार हुआ तो सारी कलई खुल गई.
नालंदा जिले का मामला
दरअसल बिहार शरीफ के नईसराय मोहल्ले में पिछले महीने भीषण डकैती हुई थी. इस मामले की जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि मंटू केवट, जो पूर्व में वार्ड पार्षद रहा है, वह आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने के लिए डकैती करवा कर पैसा बना रहा था. इसके लिए उसने कई अन्य जिलों से अपराध करने के लिए अपराधियों को हायर किया था.
बीते महीने हुई थी बड़ी डकैती
दरअसल पिछले 24 अक्टूबर को नई सराय निवासी सौरभ किशोर के मकान में डकैतों द्वारा हथियार के बल पर लाखों रुपए मूल्य के जेवरात एवं नगदी सहित अन्य सामानों को हथियार की नोक पर लूट लिया गया था. लूट के बाद नालंदा एसपी निलेश कुमार ने डीएसपी इमरान परवेज के नेतृत्व में टीम गठित की जिसने वैज्ञानिक एवं मैनुअल पद्धति से इस कांड का उद्भेदन किया. डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि इस कांड में सबसे बड़ी बात यह है कि आगामी विधानसभा चुनाव में विधायक पद के लिए चुनाव लड़ने के मकसद से एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा रुपए की व्यवस्था करने के लिए भाड़े पर डकैतों की टीम बुलाकर डकैती जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया और घटनास्थल पर उपस्थित रहकर डकैतों को भी दिशा निर्देश देता रहा. इस डकैती कांड में कुल 10 लोग शामिल थे. डकैतों के पास से 42 हज़ार नगद, पारिवारिक दस्तावेज, महत्वपूर्ण कागजात और 50 रुपये के कई फटे नोट बरामद किए गए.
पूर्व वार्ड पार्षद है गिरफ्तार मंटू केवट
गिरफ्तार मंटू केवट नईसराय का रहने वाला है, जो पूर्व में वार्ड पार्षद भी रह चुका है जबकि शत्रुघ्न साह उर्फ बिल्टू साहब उर्फ लंबू जी उर्फ मुखिया जी भागन बीघा इलाके के काली बीघा गांव की मुखिया के पति है. रितेश कुमार उर्फ चुन्नू दयाचक पटना जिले के बाढ़ का जबकि अमरनाथ उर्फ गोपी वैशाली जिले के बिदुपुर थाना इलाके के कुतुबपुर गांव का रहने वाला है. इस टीम में डीएसपी इमरान परवेज के अलावे बिहार थाना इंस्पेक्टर दीपक कुमार, पुलिस के कई लोग शामिल थे.
कई ठिकानों पर हुई छापामारी
कांड का खुलासा होने के बाद पुलिस इन लोगों के निशानदेही पर अन्य डकैतों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है. अभी भी कई आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
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