मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने बिहारी महिला प्रोफेसर को किया सस्पेंड , सोशल मीडिया पर विरोध शुरू

मोतिहारी(प्रकाश राज)। बिहार के मोतिहारी में स्थित महात्‍मा गाँधी केंद्रीय विश्‍वविद्यालय के कुलपति ने एक महिला शिक्षक द्वारा बच्चे की देखभाल के लिए छुट्टी मांगने पर 3 दिसंबर को उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके विरोध में विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का कहना है कि कुलपति के इशारे पर कार्यकारी परिषद् की अनुशंसा पर तुगलकी ढंग से स्वाती मनोहर को निलंबित किया गया है। बिहारी महिला को निलंबित करने के बाद सोशल मीडिया पर जमकर विरोध होना शुरू हो गया ।

गौरतलब है कि महात्‍मा गाँधी केंद्रीय विश्‍वविद्यालय स्‍वाती मनोहर विश्‍वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी एवं जीनोम विभाग अंतर्गत सहायक प्रोफेसर हैं। उन्‍होंने छह महीने के प्रसूति अवकाश के बाद शिशु देखभाल अवकाश के लिए आवेदन किया था, क्‍योंकि अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के कारण वे अपने शिशु के लालन-पालन के साथ अपने शैक्षणिक दायित्‍वों का समुचित निर्वाह करने में अक्षम थीं।
विश्वविद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े मृत्युंजय कहते हैं, स्वाती मनोहर के पति दिल्‍ली में नौकरी करते हैं और घर में ऐसा कोई नहीं है जो मोतिहारी में इनके साथ रहकर शिशु पालन में इनका हाथ बँटा सके। विश्‍वविद्यालय में सरकारी नियमों के अनुसार महिला कर्मचारियों और शिक्षिकाओं के लिए शिशु पालनागृह तक नहीं है। ऐसे में एक माँ किसके भरोसे अपने नवजात शिशु को छोड़कर कक्षा में पढ़ातीॽ हालात तो ये हैं कि विश्‍वविद्यालय में कोई चिकित्‍सक तक नहीं है और मोतिहारी जैसी छोटी जगह में चिकित्‍सा की बदहाली जगजाहिर ही है। अत: प्रसूति अवकाश की समाप्ति के बाद भी कोई महिला शिक्षक आखिर विश्‍वविद्यालय को अपनी सेवा कैसे दे पायेगी।
स्वाति मनोहर यादव , निलंबित प्रोफेसर (फ़ाइल फ़ोटो)

गौरतलब है कि स्वाती मनोहर की तरफ से विश्‍वविद्यालय प्रशासन से बारबार शिशु देखभाल अवकाश का अनुरोध करने के बाद भी उन्‍हें समुचित जबाव नहीं मिल पाया। इतना ही नहीं पिछले लगभग 5 महीनों से स्वाती की अनुपस्थिति को मुद्दा बनाकर वेतन तक रोक दिया गया था। शिक्षक संघ ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विश्वविद्यालय मैनेजमेंट के दबाव के बाद स्वाती मनोहर ने कुछ दिनों पहले विश्‍वविद्यालय में सेवाभार ग्रहण कर लिया था, मगर उनके उनके प्रति व्‍यक्तिगत द्वेषभाव के चलते कुलपति ने 3 दिसंबर को आयोजित नवगठित कार्यकारी परिषद की पहली ही बैठक में इन्‍हें निलंबित करवा दिया।
सोशल मीडिया पर निलंबन के विरोध में पोस्ट
इधर सोशल मीडिया में बिहारी प्रोफेसर स्वाति मनोहर को निलंबित करने के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ पोस्ट होना शुरू हो गया है। बता दें कि इससे पहले पूर्व वीसी अरविंद अग्रवाल के कार्यकाल में 3 बिहारी प्रोफ़ेसरों को निलंबित कर दिया गया।

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