आरा/बिहिया[जितेंद्र कुमार]।जगदीशपुर मध्य विद्यालय बभनियाँव के तरफ से शिक्षक दिवस के अवसर पर डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णनन् का जन्म दिवस दिवस मनाया गया।इसकी विधिवत शुरूआत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, प्रधानाधयापक हरेन्द्र कुमार,एवं शिक्षक सह बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु ने संयुक्त रूप से केक काटकर एवं मोमबती जलाकर किया गया।
शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षक ही समाज के दर्पण होते है।उन्होंने कहा कि डा0 साहब प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति बने।इनके पूर्व वे तीन- तीन विश्वविद्यालय के कुलपति एवं विदेश मे आँक्सफोर्ड विश्वविद्यालय मे प्रोफेसर के रूप मे विद्यमान हुए थे।प्रधानाधयापक हरेन्द्र कुमार ने कहा कि शिक्षा ही सर्वोच्च है।बिना शिक्षा के मनुष्य पशु के समान है।उन्होंने कविता एवं गीत के माध्यम से एक से बढ़कर एक रोचक तथ्यों को प्रस्तुत किया गया।वही शिक्षक सह बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु ने कहा कि शिक्षा ही जीवन है।बच्चों को किताबी शिक्षा के अलावे नैतिक शिक्षा का होना जरूरी है।अच्छा चारित्रिक निमार्ण कर ही वर्तमान के साथ ही भविष्य का निर्माण कर सकते है।
विद्यालय परिवार के तरफ से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को डायरी एवं कलम देकर सम्मानित किया गया।साथ ही उनके द्वारा विद्यालय के सभी शिक्षकों सहित शिक्षा सेवक को भी सम्मानित किया गया।अन्त में सभी बच्चों को टाँफी वितरण किया गया।इस अवसर पर संकुल समन्वयक विजय कुमार शर्मा, संकुल समन्वयक अभिषेक कुमार, शिक्षक जयप्रकाश, धन्नजय कुमार सिंह, शिक्षक सह बिहार राज्य के के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु,संजीव कुमार, शिक्षिका वंदना कुमारी, कंचनमाला कुमारी, आशा कुमारी, शिक्षा सेवक रामजी राम,प्रमोद कुमार, उपेन्द्र कुमार एवं विरबहादुर कुमार सहित सैकड़ों बच्चे उपस्थित थे।
शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षक ही समाज के दर्पण होते है।उन्होंने कहा कि डा0 साहब प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति बने।इनके पूर्व वे तीन- तीन विश्वविद्यालय के कुलपति एवं विदेश मे आँक्सफोर्ड विश्वविद्यालय मे प्रोफेसर के रूप मे विद्यमान हुए थे।प्रधानाधयापक हरेन्द्र कुमार ने कहा कि शिक्षा ही सर्वोच्च है।बिना शिक्षा के मनुष्य पशु के समान है।उन्होंने कविता एवं गीत के माध्यम से एक से बढ़कर एक रोचक तथ्यों को प्रस्तुत किया गया।वही शिक्षक सह बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु ने कहा कि शिक्षा ही जीवन है।बच्चों को किताबी शिक्षा के अलावे नैतिक शिक्षा का होना जरूरी है।अच्छा चारित्रिक निमार्ण कर ही वर्तमान के साथ ही भविष्य का निर्माण कर सकते है।
विद्यालय परिवार के तरफ से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को डायरी एवं कलम देकर सम्मानित किया गया।साथ ही उनके द्वारा विद्यालय के सभी शिक्षकों सहित शिक्षा सेवक को भी सम्मानित किया गया।अन्त में सभी बच्चों को टाँफी वितरण किया गया।इस अवसर पर संकुल समन्वयक विजय कुमार शर्मा, संकुल समन्वयक अभिषेक कुमार, शिक्षक जयप्रकाश, धन्नजय कुमार सिंह, शिक्षक सह बिहार राज्य के के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु,संजीव कुमार, शिक्षिका वंदना कुमारी, कंचनमाला कुमारी, आशा कुमारी, शिक्षा सेवक रामजी राम,प्रमोद कुमार, उपेन्द्र कुमार एवं विरबहादुर कुमार सहित सैकड़ों बच्चे उपस्थित थे।
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